सवांददाता, देहरादून: उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में सामाजिक सोच को चुनौती देते हुए एक विधवा महिला ने UCC पोर्टल पर लिव-इन रिलेशनशिप का पहला आधिकारिक रजिस्ट्रेशन करवाया है। यह मामला प्रदेश में अपनी तरह का पहला है, जिसने पारंपरिक सामाजिक धारणाओं को एक नई दिशा दी है।
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महिला ने कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए अपने पार्टनर के साथ लिव-इन संबंध को मान्यता दिलवाई, जिससे उन्हें सामाजिक सुरक्षा और कानूनी अधिकार भी मिल सकें। स्थानीय प्रशासन और रजिस्ट्रार कार्यालय ने इस रजिस्ट्रेशन को मान्यता दी, जिससे यह प्रदेश में पहला आधिकारिक लिव-इन रजिस्ट्रेशन बन गया। इस कदम को कई लोग महिला सशक्तिकरण और व्यक्तिगत स्वतंत्रता की दिशा में बड़ा कदम मान रहे हैं। वहीं, कुछ सामाजिक वर्गों में इस पर चर्चा और बहस भी छिड़ गई है। यह मामला आने वाले समय में समाज के नजरिए में बदलाव की संभावनाओं को जन्म दे सकता है।